गाजीपुर। फाइल निस्तारित करने के नाम पर 40 हजार रुपये घूस लेते हुए गुरुवार को एंटी करप्शन वाराणसी की टीम ने सीएमओ आफिस के चर्चित स्टेनो अनिल चौबे को रंगेहाथ दबोच लिया। टीम के लोगों ने अनिल चौबे से कड़ाई के साथ पूछताछ की। इसके बाद उसे लेकर टीम के लोग शहर कोतवाली में पहुंचे जहां कागजी कार्रवाई पूरी की गई। इस कार्रवाई से पूरे सीएमओ आफिस के कर्मचारियों में हड़कम्प मचा हुआ है।
बताते चले कि विजय विक्रम नाम का एक व्यक्ति किसी फाइल के निस्तरण के सम्बंध में सीएमओ आफिस का चक्कर लगा रहा था। कई महीनों तक दौड़ने के बाद भी जब उसका काम नहीं हुआ तो उसने आफिस के सबसे चर्चित स्टेनो अनिल चौबे से सम्पर्क साधा। मामला संज्ञान में आने के बाद अनिल चौबे ने काम करने के एवज में विजय विक्रम से 40 हजार रुपये घूस की डिमांड की। इसके बाद वादी ने इस सम्बंध में एंटी करप्शन वाराणसी के अधिकारियों से सम्पर्क साधा। मामला संज्ञान में आने के बाद टीम के लोग सक्रिय हो गये। चूंकि वादी मुकदमा जंगीपुर विधायक वीरेन्द्र यादव का साला था इसलिए टीम के लोगों ने तत्काल सक्रियता दिखाई। निर्धाकरत समय पर पीजी कालेज के पास से टीम के लोगों ने घूस लेते हुए स्टेनो को रंगेहाथ दबोच लिया। उसके पास से टीम के लोगों ने घूस के 40 हजार रुपयों को बरामद किया। इसके बाद उसके साथ कड़ाई से पूछताछ की गई। पूछताछ की प्रक्रिया पूरी होने के बाद रात्रि करीब आठ बजे टीम के लोग पकड़े गये स्टेनो को लेकर शहर कोतवाली में पहुंचे जहां कागजी कार्रवाई पूरी की गई।