Ghazipur: अरे ऐसा दुस्साहस! करंडा बीईओ को इस कदर पीटा कि घर आकर हो गये बेहोश,फिर चर्चा में आया करंडा
पीड़ित बीईओ ने शिक्षा क्षेत्र करंडा के दो शिक्षकों पर लगा हमला करने का आरोप
देर रात एसपी आवास पर जाकर करंडा बीईओ ने दी तहरीर, विभाग में मचा हड़कंप
गाजीपुर। अरे! ऐसा दुस्साहस एक बार फिर अधिकारियों पर हमला करने को लेकर करंडा चर्चा में है। करंडा दो शिक्षकों ने करंडा खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) को अकारण ही एस कदर पीट दिया कि वह घर आकर बेहोश हो गये। इस मामले में पीड़ित बीईओ की ओर से मंगलवार की देर रात में ही एसपी आवास स्थित कार्यालय पर तहरीर दे दी गई। हालांकि अभी तक पीड़ित बीईओ की मुलाकात एसपी डा. ईरज राजा से नहीं हो पाई है।
सूत्रों की मानें तो पीड़ित बीईओ ने अपनी तहरीर में घटना के सम्बंध में पूरी बात अंकित कर दिया है। चूंकि घटनास्थल नंदगंज और रामपुर मांझा थाने से जुड़ा हुआ है। इसलिए अब सिर्फ इस बात का इंतजार है कि दोनों हमलावर शिक्षकों के खिलाफ किस थाने में मुकदमा दर्ज होता है। हालांकि पीड़ित बीईओ ने घटना के सम्बंध में बीएसए समेत बेसिक शिक्षा विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों को भी पत्र भेज दिया है।
घटनाक्रम पर एक नजर–
करंडा बीईओ रवींद्र सिंह के अनुसार महानिदेशक स्कूल शिक्षा लखनऊ के निर्देशानुसार वह मंगलवार को संकुल बैठक में भाग लेने के लिए कंपोजिट विद्यालय धितुआ गये थे जहां पूर्व से ही उनपर कुछ शिक्षकों ने हमला करने की योजना बना रखी थी। बीईओ के अनुसार जब वह विद्यालय पर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनसे बताये बिना ही सभी शिक्षक यहां संकुल मीटिंग के नाम पर पार्टी मनाकर वापस चले गये है। इस सम्बंध में जब मैंने वहां मौजूद शिक्षक चंद्रशेखर सिंह ने रजिस्टर मांगा तो वह भड़क गये और अनाप-सनाप बोलते हुए कहा कि यहां कोई मीटिंग नहीं हुई यहा तो बस पार्टी हुई है। इसके बाद बीईओ कुसुम्ही कला विद्यालय की ओर गये, जहां जाते वक्त रास्ते में ही एक अन्य शिक्षक मेरी कार को रोकने का प्रयास किया गया। बीईओ के अनुसार वह वहां से अपनी कार घुमवाकर सीधे संकुल मीटिंग के लिए सहेड़ी स्थित स्कूल पर चले गये। जहां पीछे से शिक्षक मानवेन्द्र सिंह व चंद्रशेखर सिंह भी पहुंच गये। दो शिक्षक मुझे मीटिंग से बाहर बुलाये और मुझे गला-गलौज देने लगे। इस दौरान दोनों शिक्षकों ने कहा कि किसी अधिकारी की हिम्मत नहीं है कि वह उनके विद्यालय पर मीटिंग करने जाये। इसका विरोध करने पर दोनों शिक्षकों ने मुझे पकड़ लिया और भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए मुझे मारने-पीटने लगे।
विभागीय दस्तावेजों को छीना-
पीड़ित बीईओ रवींद्र सिंह के अनुसार उनपर हमला करने के दौरान दोनों शिक्षकों ने उनकी गाड़ी में मौजूद विभागीय दस्तावेजों को भी जबरिया छीन लिया। यही नहीं दोनों शिक्षक मुझे धमकाते हुए मौके से बेखौफ अंदाज में फरार हो गये। बीईओ के अनुसार हमले के दौरान उन्हें अंदुरुनी चोंटे आई। आवास पर जाने के बाद मैं बेहोश हो गया।
प्री-प्लान के तहत किया गया हमला–
बीईओ रवींद्र सिंह के अनुसार पूरे प्री-प्लान के तहत उनपर हमला किया गया है। हमलावरों ने अपनी दबंगई दिखाने के लिए ऐसा कृत किया है। दोनों शिक्षकों ने विभागीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न करने का प्रयास किया है। एसपी को दी गई तहरीर में पीड़ित बीईओ ने स्पष्ट शब्दों में लिखा है कि इस मामले में दोनों शिक्षकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाये।
क्या हकीकत है और क्या अफसाना है-
इस घटना को लेकर तमाम तरह के सवाल बेसिक शिक्षा विभाग में उठ रहे है। क्यो इसे हकीकत तो कोई अफसाने का रुप दे रहा है। आखिरकार सच्चाई क्या है यह तो सिर्फ बीईओ और कथित हमलावर शिक्षक ही बता सकते है। इस घटना के पीछे क्या राज छिपा हुआ है इस बारे में विभाग में तमाम तरह की चर्चा हो रही है। विभाग के जिम्मेदार अधिकारी भी कुछ बोलने से परहेज कर रहे है। बीएसए हेमंत राव भी आउट ऑफ स्टेशन है। वही किसी विभागीय कार्य से निदेशालय गये हुए है। ऐसे में विभाग में छिड़े इस महासंग्राम को कैसे रोका जायेगा यह सवाल भी लोगों के जेहन में कौंध रहा है। सच्चाई तो यही है कि किसी बात को लेकर आग दोनो तरफ लगी हुई है।
वर्जन
घटना की रात करीब ग्यारह बजे मैं स्वतः एसपी डा. ईरज राजा के आवास पर गया था। हालांकि उस वक्त एसपी साहब से मेरी मुलाकात नहीं हो पाई। इस दौरान मैंने अपना प्रार्थनापत्र आवास पर ड्यूटी पर तैनात एक जिम्मेदार पुलिसकर्मी को दे दिया। आज मैं एसपी से मुलाकात करुंगा। इस सम्बंध मे बीएसए हेमंत राव से मेरी वार्ता हो गई है। रवींद्र सिंह-बीईओ, शिक्षा क्षेत्र करंडा
मामला मेरे संज्ञान में है अभी मैं प्रयागराज निदेशालय किसी काम से आया हूं, घटनाक्रम के संबंध में बीईओ ने मुझे अवगत कराया है। कल मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी- हेमंत राव, बेसिक शिक्षा अधिकारी