पति को मायके बुलाया, जमकर की खातिरदारी… फिर रात में ऐसा खाना खिलाया कि मुंह से निकलने लगा झाग
संवाद सहयोगी (गाजीपुर)
यह घटना यूपी के गाजीपुर की है. यहां एक युवक ने अपनी पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. युवक ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी ने मायके बुलाकर खाने में जहर दे दिया. वहीं, इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है.
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां एक पत्नी ने अपने पति को मायके बुलाया और खाने में जहर दे दिया. खाना खाते ही पति को चक्कर आने लगा और मुंह से झाग आने शुरू हो गए. पत्नी को जब महसूस हुआ कि अगर पति मर गया तो वह हत्या मामले में फंस जाएगी, फिर उसने मायकेवालों की मदद से तत्काल उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी जान बची. इस मामले में पुलिस ने आरोपी पत्नी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. यह मामला नंदगंज थाना क्षेत्र के धरवा गांव का है.
पीड़ित का नाम सुदर्शन बिंद है. सुदर्शन ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी सैदपुर थाना क्षेत्र के डहरा कला गांव की रहने वाली कलावती बिंद के साथ करीब 8 साल पहले हुई थी. कम पढ़ा लिखा होने के कारण वह मजदूरी कर अपने परिवार का जीवनयापन करता है और अपने माता-पिता के साथ रहता है. शादी के बाद दोनों को एक बेटी और एक बेटा भी हुआ. सुदर्शन का आरोप है कि शादी के दो साल बाद पत्नी कलह करने लगी.
पीड़ित ने पुलिस को बताया-
सुदर्शन ने बताया कि पिछले साल रक्षाबंधन के अवसर पर भाई को राखी बांधने के बहाने पत्नी अपने मायके गई. इस दौरान अपने साथ सभी आभूषण, कीमती कपड़े और बच्चे को भी ले गई. फिर वह (सुदर्शन) दो-तीन दिनों के बाद अपने ससुराल पत्नी की विदाई करने के लिए गया. जब वह ससुराल पहुंचा तो ससुराल के लोग उसे देखकर अजीब सा बर्ताव करने लगे. पत्नी भी अनमने ढंग से पेश आई. इस दौरान ससुराल के लोगों ने उसे रात में रुकने के लिए कहा. इसके बाद सुदर्शन अपने ससुराल रात में रुक गया.
सुदर्शन का आरोप है कि रात में पत्नी जब खाना लेकर आई तो उसे अपने साथ खाने का अनुरोध किया, लेकिन पत्नी मां के साथ खाने का बहाना बनाकर टाल गई. इसके बाद उसने खाना खाया. लेकिन खाना खाने के थोड़ी देर बाद ही उसे चक्कर आने लगे. कुछ देर बाद मुंह से झाग भी आने शुरू हो गए. वह अपने परिवार के लोग के लोगों को मोबाइल से सूचना देना चाहा रहा था, लेकिन पत्नी ने उसका मोबाइल भी छीनकर अपने पास रख लिया.
सुदर्शन ने बताया कि इस दौरान पत्नी अपने मोबाइल से किसी दूसरे व्यक्ति से बात की कि जैसा आपने कहा था, मैंने वैसा ही किया है. लेकिन अब मेरा जी घबरा रहा है. यदि यह मर गया तो हमारे परिवार के सभी लोग फंस जाएंगे.वहीं, सुदर्शन लगातार हॉस्पिटल जाने की जिद करता रहा. शोर होते देखा परिवार के लोगों ने उसे पास के ही स्वास्थ्य केंद्र पर ले गए. वहां से उसे सदर अस्पताल के लिए रेफर किया गया. दो दिनों के बाद वह डिस्चार्ज हो गया.
पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल-
इसके बाद उसने नंदगंज थाने पर इस घटना की तहरीर दी. लेकिन उसकी तहरीर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इस दौरान उसके ससुराल की ओर से उसे जान से मारने की भी धमकी दी जाती रही. इसके बाद उसने पुलिस अधीक्षक गाजीपुर को भी डाक के माध्यम से 18 सितंबर 23 को अपना शिकायत पत्र पहुंचाया, लेकिन उस पर भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तब उसने बाध्य होकर कोर्ट का सहारा लिया. उसके बाद कोर्ट ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश पर नंदगंज पुलिस ने तीन लोगों को नामजद करते हुए चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा धारा 147 ,328 और 506 के तहत दर्ज किया है.