Ghazipur: स्वामी अड़गड़ानंद के आश्रम पहुंचे सांसद अफजाल अंसारी, चर्चा में संत और सांसद की मुलाकात
सांसद अफजाल अंसारी मिर्जापुर में स्वामी अड़गड़ानंद के आश्रम पहुंचे.पिछले दिनों सांसद अफजाल अंसारी ने कुंभ में गांजे को लेकर विवादित बयान दिया था. इसके बाद से ही संत समाज उनसे खफा था. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि साधु-संतों पर विवादित बयान देने के बाद अफजाल एक बार फिर क्यों साधु-संतों की शरण में जा रहे हैं?
गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी मिर्जापुर में स्वामी अड़गड़ानंद के आश्रम पहुंचे. राजनीतिक गलियारों में इसकी चर्चा जोरों पर है. पिछले दिनों सांसद अफजाल अंसारी ने कुंभ में गांजे को लेकर विवादित बयान दिया था. इसके बाद से ही संत समाज उनसे खफा था. देश के कई नामी संतों ने अफजाल के बयानों पर आपत्ति भी जताई थी. इसके बाद गाजीपुर पुलिस ने उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया था.
मामला शांत होने के बाद अफजाल अंसारी यथार्थ गीता प्रणेता स्वामी अड़गड़ानंद के आश्रम पहुंचे. वहां सांसद अफजाल अंसारी का साधु-संतों ने स्वागत किया. उन्हें यथार्थ गीता की पुस्तक और साल भेंट की गई. इसके बाद सांसद ने स्वामी अड़गड़ानंद से बातचीत की. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि साधु-संतों पर विवादित बयान देने के बाद अफजाल एक बार फिर क्यों साधु-संतों की शरण में जा रहे हैं. क्या उन्हें अपनी गंगा-जमुनी सियासत पर खतरा महसूस हो रहा है?
जीत के बाद मंदिर में टंगवाया था पीतल का घंटा-
सांसद अफजाल अंसारी की बात करें तो वो हमेशा गंगा-जमुनी एकता और तहजीब की बात करते आए हैं. लोकसभा चुनाव जीतने के लिए अफजाल के कार्यकर्ताओं ने परमेठ गांव के एक शिव मंदिर में पीतल का घंटा बांधने की मन्नत मानी थी. चुनाव जीतने के बाद अफजाल अंसारी ने मौके पर पहुंचकर मंदिर में पीतल का घंटा टंगवाया था.
काशी दास बाबा की पूजा में शामिल हुए अफजाल-
चुनाव के दरम्यान की बेटी ने सदर कोतवाली के एक शिव मंदिर में जलाभिषेक किया था. वो महिलाओं के साथ भजन कार्यक्रम में भी शामिल हुई थीं. इसका वीडियो भी सामने आया था, जो कि चुनाव के दौरान काफी चर्चा का विषय भी बना था. वहीं उनके भतीजे मन्नू अंसारी जो मोहम्दाबाद विधानसभा सीट से विधायक हैं, उन्होंने बलिया लोकसभा चुनाव प्रचार में माथे पर चंदन का टीका भी लगाया था.
अफजाल अंसारी की गंगा जमुना तहजीब का यह कार्यक्रम इतने पर ही नहीं रुका है. बुधवार को भी वो अपने लोकसभा क्षेत्र के कुर्था गांव में यादव परिवार में आयोजित काशी दास बाबा की पूजा कार्यक्रम में भी शामिल हुए.