Ghazipur: सीवर कार्यो में लापरवाही से कमिश्नर नाराज, बोले- 31 दिसंबर तक कार्य पूरा नही हुआ तो प्रोजेक्ट मैनेजर व अधिकारी होगें सस्पेंड
गाजीपुर। कलेक्ट्रेट सभागार में मण्डलायुक्त वाराणसी मण्डल वाराणसी कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता एवं जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की उपस्थिति में निर्माण कार्य एवं विकास कार्यो की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुआ। बैठक से पूर्व मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी ने आज संविधान दिवस पर बाबा साहब डा0 भीमराव अम्बेडकर के चित्र माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित का नमन किया। तत्पश्चात बैठक की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। पी पी टी के माध्यम से जिलाधिकारी ने जनपद मे हो रहे विकास एवं निर्माण कार्यो को मण्डलायुक्त को जानकारी दी। सर्वप्रथम समीक्षा बैठक मे जनपद मे 10 करोड़ की लागत की निर्माणाधीन परियोजनाओ समीक्षा की गयी। समीक्षा के दौरान सीवरेज सीवेज ट्रीटमेन्ट एण्ड डिस्पोजल फॉर गाजीपुर सिटी परियोजना के फेज-1 एवं फेज-2 के कार्याे की जानकारी लेने पर ए0 ई अनुभव गुप्ता द्वारा विभागीय योजनाओ की जानकारी न दे पाने, सीवर के कार्याे मे हुए लापरवाही, समय से निर्माण कार्य पूरे न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित का वेतन रोकने, चेतावनी पत्र जारी करने निर्देश दिये। उन्होने कहा कि 31 दिसम्बर तक यदि कार्य पूरा न किया गया तो प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ सम्बंधित अधिकारी भी सस्पेड होगे। उन्होने इस सम्बन्ध मे एम डी को भी मेरी तरफ से पत्राचार कराने का निर्देश दिया। बैठक मे उन्होने जल निगम ग्रामीण के तहत अरसदपुर मे पाईप पेयजल परियोजना, देवकली पम्प नहर जीर्णाेद्धार परियोजना , सी एच सी मरदह हैण्डोवर कार्य 15 दिसम्बर 2024 तक पूर्ण कराने, 100 बेड महिल चिकित्सालय के आवासीय कार्य माह मार्च तक पूर्ण कराने कर निर्देश दिये। उन्होने विद्युत विभाग की समीक्षा के दौरान विद्युत आपूति की जानकारी ली तथा विद्युत बिल सुधार मे तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होने प्रधानमंत्री आवास एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के जो भी आवास निर्माण के अधूरे है उसे एक माह के अन्दर जल्द से जल्द पूरा किया जाये। उन्होने आर ई एस विभाग द्वारा 152 कार्याे मे 139 कार्याे के पूर्ण होने के सापेक्षा भुगतान प्रक्रिया मे शिथिलता को देखते हुए इस वित्तीय वर्ष से पूर्व भुगतान का निर्देश दिया। उन्होने जिला चिकित्सालय मे डायलिसिस मशीनो, सिटी स्केन, बायो मेडिकल उपकरण की उपलब्धता की जानकारी ली तथा चिकित्सालय मे डायलिसिस मशीन बढाने का निर्देश दिये। उन्होने कहा कि सी एच सी सी, पी एच सी पर चिकित्सको की उपस्थिति शत-प्रतिशत रहे तथा बराबर इसकी चेकिंग होती रहे तथा आयुष्मान कार्ड से लाभान्वित मरीजो की भी सम्बन्धित चिकित्सालय से सूची लेकर वास्तविकता की जॉच की जाये। उन्होने कहा कि ठण्ड के मौसम है गोशालाओ पर विशेष ध्यान दिया जाये, पशुओ को ठण्ड से बचाव हेतु समुचित व्यवस्था रहे। किसी भी पशु का ठण्ड के कारण मृत्यु न हो। बैठक मे समीक्षा के दौरान दुग्ध समितियां, जल निमग, 15वां वित्त आयोग, राज्य वित्त आयोग, व्यक्तिगत शौचालय,आपरेशन कायाकल्प, आई सी डी एस पोषण अभियान, पोजेक्ट अलंकार, सेतुओ का निर्माण, नई सड़को का निर्माण, फसल बीमा योजना, गोशाला, चिकित्सको की उपलब्धता, एकीकृत बागवानी, ड्रगवेयर हाउस, समूह गठन, आयुष्मान कार्ड, दवाओ की उपलब्धता, एम्बुलेंस, मत्स्य पालन, उद्यान आदि विभागीय योजनाओ की समीक्षा की। बैठक मे उन्होने निर्देश दिया कि सी एम डैश पोर्टल पर रैगिंक मे बने रहने के लिए अधिकारी अपनी माहवार प्रगति लक्ष्य बनाकर उसे पूर्ण करे, कार्योे को आगे के लिए न छोड़े,। अधिकारी का उस माह जो लक्ष्य था वह पूरा हुआ के नही उसकी चिंता माह की 25 तारीख से ही करनी चाहिए और माह की 28 -29 तारीख तक कार्य पूर्ण कर लिये जाये। उन्होन कहा कि जो अधिकारी माह के अंतिम दिनो मे कार्य मे शिथिलता बरतता है अक्सर वह विभाग अपने प्रगति से पीछे रह जाता है और जिले की रैकिंग खराब हो जाती है। इस लिए अधिकारी अपने रैकिंग को देखते हुए विभागीय लक्ष्य को पूरी इमानदारी, निष्ठा व लगन से पूरा करे इसके साथ ही उन्होने निर्देश दिया कि जो भी अधिकारी जिस ब्लाक, तहसील, या मुख्यालय पर है वह अपने कार्य स्थल पर ही निवास करेगे अन्यत्र कही निवास नही करेगे।बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, अपर जिलाधिकारी वि0रा0 दिनेश कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी सूनील पाण्डेय, जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक राजेश यादव,ं कार्यदायी संस्था के अधिकारी एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।