गाजीपुर: इस वर्ष 1013 लोगों की मौत 70 फीसदी लोगों ने सड़क व ट्रेन हादसों में गंवाई जान
गाजीपुर । जनपद में सड़क हादसे व ट्रेन की चपेट में आने से असमय मरने वालों की संख्या में इस वर्ष काफी बढ़ोतरी हुआ है इस वर्ष अभी तक यह आंकड़ा हजारों के पार हो गया है जो पिछले वर्ष से अधिक है आंकड़ों पर नजर करें तो इस वर्ष 25 दिसंबर तक 1013 शवों का पोस्टमार्टम हो चुका है इसमें करीब 70 फीसदी लोगों की मौत सड़क हादसे और ट्रेन की चपेट में आने से हुई है जबकि बीते पांच वर्ष तक एक वर्ष के पोस्टमार्टम का आंकड़ा 800 से नीचे था लेकिन 2020 से इस आंकड़ों को रफ्तार मिल गई। जिले के वाहनों की सरपट दौड़ने के लिए सड़कों की जाल तो बिछा दिया गया लेकिन गति मापक यंत्र नहीं लगाया गया यही नहीं स्टेशनों के एक से दूसरे प्लेटफार्म पर अवगमन करने के लिए जहां ब्रिज बनाए गए वहीं रेलवे क्रॉसिंग की गेट भी बेहतर तरीके से लगाए गए इसके बावजूद लोग रेलवे ट्रैक को पार करने में संकोच नहीं कर रहे हैं कहीं भी जल्दी पहुंचने की हर हबड़ाहट और लापरवाही से हादसा में जान जा रही है पोस्टमार्टम के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो 2015 से लेकर वर्ष 2019 तक शव के पोस्टमार्टम का आंकड़ा 800 से नीचे रहा है जबकि 2020 से 2022 तक 900 से नीचे जबकि 2023 से 980 तो 2024 में 25 दिसंबर तक यह आंकड़ा 1013 पहुंच गया है पोस्टमार्टम प्रभारी डॉक्टर मनीष कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि 25 दिसंबर तक 2013 शव का पोस्टमार्टम हुआ है।इसमें अधिकांश सड़क दुर्घटना और ट्रेन की चपेट से मृत लोग शामिल हैं।