गाजीपुर के छात्रों का भविष्य अधर में, विश्वविद्यालय की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा गया पत्र, आगामी बजट में घोषणा की मांग

गाजीपुर। विश्वविद्यालय निर्माण मंच के अध्यक्ष एवं पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उच्च शिक्षा मंत्री के नाम संबोधित एक पत्र डाक के माध्यम से भेजा। इस पत्र में स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर को ‘राजा गाधि राज्य विश्वविद्यालय’ के रूप में स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया है, साथ ही आगामी विधानसभा बजट में इसकी घोषणा कराने का आग्रह किया गया है।
श्री उपाध्याय ने बताया कि गाजीपुर के छात्रों का भविष्य दांव पर गाजीपुर जनपद में एक भी विश्वविद्यालय नहीं होने से यहां के छात्रों को अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ता है। गरीब और मध्यम वर्ग के छात्र उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने में असमर्थ हैं, जिससे उनका भविष्य अधर में है। ‘राजा गाधि राज्य विश्वविद्यालय’ की स्थापना से छात्रों को अपने ही जनपद में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर: विश्वविद्यालय के लिए उपयुक्त-
स्नातकोत्तर महाविद्यालय, गाजीपुर शहर के मध्य एवं जिले के केंद्र में स्थित है, जो सभी दिशाओं से समान दूरी पर है। महाविद्यालय के पास पर्याप्त भूमि, संसाधन और शैक्षिक गुणवत्ता है, जो इसे विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित करने के लिए उपयुक्त बनाती है।
*सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं*
राज्य सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ेगा, क्योंकि महाविद्यालय के शिक्षकों एवं कर्मचारियों के वेतन, भत्ते, पेंशन आदि पर होने वाला लगभग 1.5 करोड़ रुपए का व्यय पहले से ही राज्य सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय निर्माण मंच की मांग, बजट में घोषणा की उम्मीद-
विश्वविद्यालय निर्माण मंच ने मुख्यमंत्री व उच्च शिक्षा मंत्री से इस प्रस्ताव पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और आगामी विधानसभा बजट में इसकी घोषणा करने का आग्रह किया है। गाजीपुर के छात्रों को उम्मीद है कि सरकार उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस महत्वपूर्ण मांग को स्वीकार करेगी।