
गाजीपुर, सैदपुर। फुलवारी कला गांव में सरकारी योजनाओं का लाभ ग्रामीणों तक नहीं पहुंच रहा है, जिससे जनता में आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान और सेक्रेटरी की मिलीभगत से कागजों पर योजनाएं पूरी दिखा दी जाती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
सार्वजनिक शौचालय बना, लेकिन हमेशा ताला लगा रहता हैः गांव में सरकारी योजना के तहत सार्वजनिक शौचालय तो बना, लेकिन वह हमेशा बंद रहता है। जब मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई गई, तो शौचालय खोलकर उसकी फोटो खींचकर कार्रवाई पूरी दिखा दी गई। लेकिन अगले ही दिन शौचालय फिर से बंद कर दिया गया। ग्रामीणों ने बताया कि वहां कोई सफाई कर्मचारी तैनात नहीं है, जिससे सफाई व्यवस्था भी ठप पड़ी है।
महिला ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी पर आरोपः गांव के लोगों का कहना है कि ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी हैं, लेकिन उनके पुत्र राम दयाल यादव ही प्रधान के रूप में काम करते हैं, जबकि सेक्रेटरी मीनू देवी भी विकास कार्यों में लापरवाही बरत रही हैं। ग्रामीणों ने शौचालय एवं स्नान
गृह के हमेशा बंद रहने और सफाई न होने की शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
ग्रामीणों की मांग हो उच्च स्तरीय जांचः –गांववासियों ने प्रशासन से फुलवारी कला, सैदपुर का निरीक्षण कराने और दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार की सुविधाएं जनता तक नहीं पहुंच पा रही हैं, इसलिए उच्च अधिकारियों को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए। इस मौके पर शिवम सिंह, रोशन सिंह विकास सिंह, सिंह धीरेंद्र सलमानी, राम सोनकर, अरविंद सोनकर मनीष सोनकर , दिलीप जयसवाल और अजय यादव सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।