गाजीपुर :वाह रे! सीएमओ साहब, अपने पद की गरिमा भूले, कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर के छू लिए पैर
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक कार्यक्रम के दौरान सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) डॉ. सुनील पांडेय का कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के पैर छूने का वीडियो वायरल हो गया है। यह घटना शुक्रवार शाम सत्यदेव कॉलेज बोरसिया में कर्मवीर सत्यदेव सिंह की पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम की है।गाजीपुर की यह घटना एक बार फिर प्रशासनिक और राजनीतिक संबंधों पर ध्यान केंद्रित करती है। सोशल मीडिया पर वायरल यह वीडियो अब चर्चा का विषय बना हुआ है, और देखना होगा कि इस पर सरकार या प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई होती है या नहीं।
घटना का विवरण-
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। जब मंत्री मंच पर पहुंचे, तब सीएमओ डॉ. सुनील पांडेय ने मंच पर उनका पैर छूकर अभिवादन किया। यह दृश्य किसी ने रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिसके बाद यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया।
वायरल वीडियो और प्रतिक्रियाएं-
वीडियो सामने आते ही इसे लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। लोगों ने इस पर सवाल उठाया है कि एक प्रशासनिक अधिकारी को अपने पद की गरिमा बनाए रखनी चाहिए और इस प्रकार का व्यवहार उचित नहीं है।
ब्राह्मण समाज ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए इस घटना की निंदा की। समाज के कुछ लोगों का कहना है कि अधिकारियों को व्यक्तिगत संबंधों को सार्वजनिक मंच पर प्रदर्शित करने से बचना चाहिए।
सीएमओ की सफाई-
डॉ. सुनील पांडेय ने इस घटना को शिष्टाचार का हिस्सा बताया। उनका कहना है कि यह उनके निजी आदरभाव को दर्शाता है और इसका किसी प्रकार के राजनीतिक दबाव से कोई संबंध नहीं है।
कैबिनेट मंत्री का बयान-
ओमप्रकाश राजभर ने इस मुद्दे पर कहा कि यह अधिकारी का व्यक्तिगत निर्णय था और इसे ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है।
प्रशासनिक गरिमा पर बहस-
इस घटना ने प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका और उनके आचरण पर बहस छेड़ दी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकारी अधिकारियों को राजनीतिक हस्तियों के प्रति व्यक्तिगत सम्मान दिखाने में भी संतुलन बनाए रखना चाहिए, ताकि उनकी निष्पक्षता पर सवाल न उठे।