गाजीपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई के तत्वावधान में मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर भ्रष्टाचार को लेकर प्रदर्शन किया। बताया कि घेराव की सूचना पूर्व में दी गई थी। लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक, लेखाधिकारी, सह जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यक्रम के दौरान उपस्थित नहीं थे। शिक्षकों की समस्याओं को सुनने के लिए कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। बताया कि 148 शिक्षकों के अवशेष देयक, प्रोन्नत, पदोन्नति, चयन वेतनमान व अन्य कार्यों के लिए अधिकारियों के सह पर शिक्षकों से अवैध वसूली की जा रही है। प्रांतीय मंत्री चौधरी दिनेश चंद्र राय ने बताया कि अधिकारियों की नाक के नीचे विभाग में मनमाने ढंग से सुविधा शुल्क की डिमांड की जा रही है। न कोई देखने वाला है और न बोलने वाला। कहा कि निरंकुशता के चलते शिक्षक व कर्मचारियों की समस्याओं का समय से निस्तारण नहीं हो पा रहा है। यहां के लिपिकों द्वारा खुलेआम सुविधा शुल्क की मांग की जा रही है। इससे शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। भ्रष्टाचार पर नियंत्रण न होने पर शिक्षक आंदोलन करने को विवश है।उन्होंने कहा कि संगठन इन समस्याओं के निराकरण के लिए काफी समय से संघर्षरत है। अगर इनका शीघ्र निदान नहीं किया गया तो शिक्षक बोर्ड परीक्षा कार्य को प्रभावित व ठप करने को मजबूर होंगे। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा विभाग की होगी। मुख्य रूप से शिव कुमार सिंह, नारायण उपाध्याय, सौरभ कुमार पाण्डेय, राणाप्रताप सिंह, प्रकाश चन्द्र दुबे, अमित कुमार राय, रत्नेश कुमार राय, विवेका नन्द गिरी, शैलेन्द्र सिंह यादव, अखिलानन्द पांडेय, सूर्यप्रकाश राय, डा. रेयाज खां, मनोज विश्वकर्मा, अविनाश गौतम आदि मौजूद रहे।
शिक्षकों ने दिया धरना, लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ जिला इकाई के तत्वावधान में मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर भ्रष्टाचार को लेकर प्रदर्शन किया। बताया कि घेराव की सूचना पूर्व में दी गई थी। लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक, लेखाधिकारी, सह जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यक्रम के दौरान उपस्थित नहीं थे। शिक्षकों की समस्याओं को सुनने के लिए कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। बताया कि 148 शिक्षकों के अवशेष देयक, प्रोन्नत, पदोन्नति, चयन वेतनमान व अन्य कार्यों के लिए अधिकारियों के सह पर शिक्षकों से अवैध वसूली की जा रही है। प्रांतीय मंत्री चौधरी दिनेश चंद्र राय ने बताया कि अधिकारियों की नाक के नीचे विभाग में मनमाने ढंग से सुविधा शुल्क की डिमांड की जा रही है। न कोई देखने वाला है और न बोलने वाला। कहा कि निरंकुशता के चलते शिक्षक व कर्मचारियों की समस्याओं का समय से निस्तारण नहीं हो पा रहा है। यहां के लिपिकों द्वारा खुलेआम सुविधा शुल्क की मांग की जा रही है। इससे शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। भ्रष्टाचार पर नियंत्रण न होने पर शिक्षक आंदोलन करने को विवश है।उन्होंने कहा कि संगठन इन समस्याओं के निराकरण के लिए काफी समय से संघर्षरत है। अगर इनका शीघ्र निदान नहीं किया गया तो शिक्षक बोर्ड परीक्षा कार्य को प्रभावित व ठप करने को मजबूर होंगे। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा विभाग की होगी। मुख्य रूप से शिव कुमार सिंह, नारायण उपाध्याय, सौरभ कुमार पाण्डेय, राणाप्रताप सिंह, प्रकाश चन्द्र दुबे, अमित कुमार राय, रत्नेश कुमार राय, विवेका नन्द गिरी, शैलेन्द्र सिंह यादव, अखिलानन्द पांडेय, सूर्यप्रकाश राय, डा. रेयाज खां, मनोज विश्वकर्मा, अविनाश गौतम आदि मौजूद रहे।